तनाव से बचने के कुछ आसान टिप्स

तनाव से बचने के कुछ आसान टिप्स

रोहित पाल

आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग बहुत व्यस्त हैं इसी करण लोग खुद पर ध्यान नहीं दे पाते हैं। हर कोई अपनी जिंदगी को बेहतर बनाना चाहता है। इसी होड़ में अक्सर लोग तनाव की चपेट में आ जाते हैं और जीवन में तनाव कई बीमारियों को जन्म देता है। तनाव के अधिक बढ़ जाने से लोगो को कई प्रकार के मन के रोग हो रहे है जिसमे चिन्ता, हिस्टीरिया, डिप्रेशन, पैनिक और डिसऑर्डर आदि शामिल है।

तनाव क्या है:

तनाव शरीर की वह स्थिति होती है जब हमारी लाइफ में अचानक कोई बदलाव हो जाता है जिससे हमारे शरीर में भावनात्मक और शारीरिक प्रतिक्रिया होती है। जब हमारे मस्तिष्क को अच्छी तरह से आराम नहीं मिल पाता है तो हमारा दिमाग थक जाता है और थका हुआ माइंड हमें स्ट्रेस की ओर ले जाता है। इस कारण से यह तनाव हमारे शारीरिक, मानसिक और मनोवैज्ञानिक कार्यप्रणाली को गड़बड़ा देती है और हमारे कई हार्मोन्स को बढ़ा देते है। तनाव के अधिक बढ़ जाने से व्यक्ति डिप्रेशन में चले जाता है। आज मैं इस आलेख में कुछ आसान टिप्स बताऊंगा जिससे आप तनाव मुक्त रह सकते हैं।

खूब आराम करें-

नींद पूरी ना होना भी तनाव का एक कारण है। एक वयस्क को सात से नौ घंटे की नींद की जरूरत पड़ती है। नींद में ही आपके दिमाग की सफाई भी होती है और प्राकृतिक रूप से तनाव कम होता है।

कसरत करें-

जॉगिंग और साइक्लिंग तनाव को दूर रखने में मददगार साबित होते हैं।  कसरत करने से तंत्रिका तंत्र यानि नर्वस सिस्टम एंडॉर्फिन छोड़ता है, जो आपको खुशी और स्फूर्ति का एहसास कराता है।  साथ ही स्ट्रेस हार्मोन में कमी आती है। लेकिन किसी के साथ मुकाबला ना करें क्योंकि इससे भी तनाव वाले हार्मोन का स्तर बढ़ने लगता है।

ध्यान लगाएं-

योग और प्राणायाम से तनाव को दूर रखा जा सकता है। मांसपेशियों को आराम देने वाली कई प्रकार की थेरेपी भी होती हैं, जिनका इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अलावा आप मालिश भी करा सकते हैं। बहुत ज्यादा तनाव के मामलों में भी इनसे फायदा देखा गया है।

कुदरत से जुड़ें-

हॉलैंड के रिसर्चरों ने पता लगाया है कि हरे रंग का इंसान पर अच्छा असर होता है। इससे शांति का एहसास मिलता है। यह भी साबित किया जा चुका है कि जो लोग किसी पार्क के पास रहते हैं या जिनके घर में आंगन होता है, अन्य शहरी लोगों की तुलना में उनका मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है। इसलिए हरियाली के बीच सैर करने जाएं।

शांति में-

अगर आपके घर में कोई शांत कमरा है तो दिन में 15-20 मिनट वहां गुजारें। बड़े शहरों में अक्सर घरों में शांति नहीं मिल पाती। किसी म्यूजियम, लाइब्रेरी या फिर धार्मिक जगह पर भी जा कर बैठ सकते हैं। कई बार खामोशी ही बड़े से बड़े मर्ज की दवा बन जाती है।

कुछ ना करें-

दिन भर दफ्तर और उसके बाद का समय दोस्तों और रिश्तेदारों के बीच, अधिकतर लोगों की यही दिनचर्या हो गयी है। लेकिन अगर आप तनाव में हैं, तो कुछ वक्त केवल अपने साथ बिताएं। लोगों का साथ आपको खुशी देने के लिए होना चाहिए, और तनाव देने के लिए नहीं। अगर मूड नहीं है तो किसी के न्योते को अपने कैलेंडर से हटाने से घबराएं नहीं।

ब्रेक लें-

दिन भर कंप्यूटर के सामने बैठ कर काम करते रहने से खून में स्ट्रेस हार्मोन की मात्रा बढ़ने लगती है। इसे कम करने के लिए काम के बीच बीच में ब्रेक लेते रहे। कुछ देर ताजा हवा में टहल कर आएं, स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज यानि मांसपेशियों की खिंचाई वाली कसरत से भी फर्क पड़ता है और आप तरोताजा महसूस करते हैं।

 

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